Jamshedpur Republic Day: सिविल कोर्ट परिसर में झंडोतोलन के साथ गणतंत्र दिवस का आयोजन
जमशेदपुर के सिविल कोर्ट परिसर में गणतंत्र दिवस पर झंडोतोलन के साथ देश के संविधान और लोकतंत्र की महत्ता पर चर्चा की गई। प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश और जिला बार संघ के अध्यक्ष ने तिरंगा फहराया।
जमशेदपुर, 26 जनवरी 2025: जमशेदपुर के व्यवहार न्यायालय में 76वां गणतंत्र दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश श्री अनिल कुमार मिश्रा ने सिविल कोर्ट परिसर में तिरंगा झंडा फहराया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। उनका यह कदम गणतंत्र दिवस की महत्ता को और भी गौरवमयी बना गया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय है, जो हमें हमारे संविधान, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के महत्व की याद दिलाता है।
गणतंत्र दिवस: एक उत्सव और आत्मनिरीक्षण का अवसर
गणतंत्र दिवस के इस दिन को केवल उत्सव के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि यह हमें आत्मनिरीक्षण करने और अपने कर्तव्यों को समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। श्री मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि इस दिन हम सभी को अपने देश के प्रति जिम्मेदारियों का अहसास होता है। उन्होंने कहा, "गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए कितने वीरों ने बलिदान दिया, और हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। साथ ही यह दिन हमें संविधान में निहित मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा देता है।"
दूसरे कार्यक्रम में जिला बार संघ का योगदान
गणतंत्र दिवस के इस मौके पर जिला बार संघ के अध्यक्ष श्री रतिंद्रनाथ दास ने भी सिविल कोर्ट परिसर में तिरंगा फहराया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। उनका यह कदम भी इस महत्वपूर्ण दिन को और भी यादगार बना गया। श्री दास ने इस अवसर पर भारतीय संविधान में उल्लिखित मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम सबका कर्तव्य है कि हम अपने अधिकारों को समझें और अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं। यह दिन हमें संविधान में विश्वास रखने और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने की प्रेरणा देता है।"
संविधान और लोकतंत्र का महत्व
गणतंत्र दिवस हमें भारतीय संविधान के महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जो हमारे लोकतंत्र और स्वतंत्रता की नींव है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था, और तब से यह दिन हमारे लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह दिन हमें यह भी याद दिलाता है कि स्वतंत्रता के लिए कितने संघर्षों का सामना करना पड़ा और कितने महान व्यक्तियों ने इस स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
समारोह में न्यायिक अधिकारियों की उपस्थिति
गणतंत्र दिवस समारोह में जमशेदपुर न्यायालय के सभी न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्हें भी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी गई और संविधान के प्रति आस्था और सम्मान की भावना को और भी मजबूत किया गया। सभी उपस्थित लोगों ने एकजुट होकर गणतंत्र दिवस के महत्व को महसूस किया और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने का संकल्प लिया।
समाप्ति: देश की प्रगति और संविधान में विश्वास
समारोह के दौरान यह संदेश भी दिया गया कि गणतंत्र दिवस हमें न केवल हमारे अधिकारों की याद दिलाता है, बल्कि यह हमारे कर्तव्यों की भी शिक्षा देता है। संविधान के प्रति हमारी आस्था और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी को निभाना हमारे लिए सर्वोपरि होना चाहिए।
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