Jamshedpur Golmuri Stone Attack : गोलमुरी में पत्थरबाजी के बाद युवक की मौत, दो गिरफ्तार!
गोलमुरी में पत्थरबाजी के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, एक युवक की जान चली गई। जानें कैसे हुई यह घटना और पुलिस ने क्या कदम उठाए।
Jamshedpur, January 2025: जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक पत्थरबाजी के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। इस हमले में 26 जनवरी को एक युवक की मौत हो गई थी, जो पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया। गोलमुरी के रामदेव बगान के पास शुक्रवार की रात को हुए इस हमले में शुभम दुबे और संकी गोहल नामक युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी अब जेल में हैं।
क्या था घटना का कारण?
यह घटना एक आपसी विवाद का परिणाम थी। मृतक युवक अतुल सोना और आरोपियों के बीच विवाद उस समय शुरू हुआ जब अतुल सोना अपनी दिनचर्या के अनुसार खाना खाने के बाद मंदिर के पास टहल रहे थे। इसी दौरान शुभम दुबे और संकी गोहल के साथ उनकी बहस हुई। पुलिस के मुताबिक, विवाद के बाद अचानक लगभग 40 से 50 लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने अतुल और उसके साथियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पत्थरों से हुए हमले में अतुल को गंभीर चोटें आईं।
अतुल सोना की मौत और इलाज की जद्दोजहद
हमले के बाद अतुल सोना को गंभीर हालत में टीएमएच (टाटा मेमोरियल अस्पताल) के सीसीयू में भर्ती कराया गया। इलाज में कोई कमी नहीं रखी गई, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई। फिर, उन्हें बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर के एम्स भेजा गया, लेकिन वहां 26 जनवरी को उनकी दुखद मौत हो गई। मृतक के भाई अनुज सोना ने पुलिस को बताया कि उनका भाई अचानक अस्पताल में भर्ती हुआ और अस्पताल ले जाने के बाद भी जान नहीं बचाई जा सकी।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद मामले की जांच शुरू की। मृतक के भाई के बयान और अन्य गवाहों के आधार पर पुलिस ने शुभम दुबे और संकी गोहल को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और मामले में पूरी गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस हमले में और कौन लोग शामिल थे और यह विवाद किस प्रकार बढ़ा।
स्थानीय समाज की सुरक्षा और जागरूकता
इस घटना ने गोलमुरी और आसपास के इलाकों में सुरक्षा और स्थानीय सामाजिक समस्याओं को उजागर किया है। कई लोग मानते हैं कि इस तरह की घटनाओं को अगर समय रहते सुलझाया जाता तो किसी की जान नहीं जाती। पुलिस और प्रशासन को इस प्रकार के मामलों में और अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद अपने आपसी विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। क्षेत्रीय प्रशासन और पुलिस से निवेदन किया गया है कि वे सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम उठाएं।
गोलमुरी में हुए इस पत्थरबाजी की घटना ने न केवल एक युवक की जान ले ली, बल्कि यह समाज में बढ़ते हिंसक विवादों की गंभीरता को भी दर्शाता है। हालांकि, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन यह घटना यह साबित करती है कि समय रहते विवादों का समाधान नहीं किया गया तो ऐसी हिंसक घटनाएं और बढ़ सकती हैं। पुलिस को मामले की जांच को और सख्ती से आगे बढ़ाना चाहिए ताकि आरोपियों को कड़ी सजा मिले और समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहे।
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