Jamshedpur Dacoity Case: बिष्टुपुर में डकैती की घटना का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार, एकमात्र सुराग से पुलिस तक पहुंची
जमशेदपुर में बिष्टुपुर थाना क्षेत्र स्थित कावंटिया परिवार के घर में डकैती की घटना का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और लूटी गई सम्पत्ति बरामद की गई है।
जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना क्षेत्र में हुई डकैती का पुलिस ने किया पर्दाफाश। यह मामला शहर के एक प्रसिद्ध इलाके बिष्टुपुर स्थित मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले कावंटिया परिवार के घर में हुई डकैती का था। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और लूटी गई सम्पत्ति को बरामद किया है। इस मामले का पर्दाफाश एक अद्भुत सुराग के आधार पर हुआ, जिससे पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में सफल रही।
घटना की शुरुआत:
बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के कावंटिया परिवार के घर पर 27 जनवरी 2025 को डकैती की घटना हुई। परिवार के सदस्य अंजु देवी कावंटिया ने पुलिस को बताया कि घर के दरवाजे को खोलने के बहाने जोमेटो का एक कर्मचारी आया था, जिसने पार्सल देने के नाम पर उन्हें घर के अंदर बुलवाया। लेकिन जैसे ही घर के अंदर वह व्यक्ति घुसा, उसके साथ अन्य अपराधी भी घर में घुस गए और लूटपाट करने लगे। यह पूरी घटना उन्होंने सीसीटीवी में कैद देखी।
जांच की शुरुआत और सुराग:
जमशेदपुर पुलिस ने घटना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू की। जांच का नेतृत्व सिटी एसपी कुमार शुभाषीश ने किया, और उनके मार्गदर्शन में डीएसपी सीसीआर मनोज ठाकुर, थानेदार उमेश ठाकुर, अवर निरीक्षक आकाश कुमार पांडेय, रंजीत कुमार यादव और गोपाल पांडेय ने पुलिस की तकनीकी टीम के साथ मिलकर पूरी जांच की।
पुलिस ने जांच के दौरान गश्ती और सीसीटीवी फुटेज की सहायता ली। गश्ती के दौरान पुलिस को घटनास्थल के पास एक टेम्पो खड़ा हुआ मिला, जो बाद में अपराधियों द्वारा घटनास्थल पर पहुंचने के लिए इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के बाद टेम्पो चालक का पता लगाया, जो मानगो जवाहरनगर का निवासी मिराज खान था। मिराज खान एक अपराधी था और पहले भी छिनतई जैसी घटनाओं में जेल जा चुका था।
गिरफ्तारी और खुलासा:
मिराज खान को पुलिस ने उठाया और कड़ी पूछताछ की, जिसमें उसने डकैती में शामिल अन्य अपराधियों के नाम का खुलासा किया। मिराज ने बताया कि इस कांड में चाईबासा के सावन देवगम, बिष्टुपुर के सोनु बाग उर्फ रवि बाग, न्यू बाराद्वारी के किशन बाग और राजा महानंद शामिल थे। पुलिस ने इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की।
लूटी गई सम्पत्ति की बरामदगी:
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अपराधियों के पास से लूटे गए सामान की बरामदगी की। इनमें एक सोने की चेन शामिल थी, जो कावंटिया परिवार से लूटी गई थी। इसके अलावा, डकैती में इस्तेमाल किए गए हथियार और टेम्पो को भी पुलिस ने जब्त किया।
अपराधियों का इतिहास:
यह डकैती के आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी रहा है। मिराज खान, जो पहले भी अपराधों में संलिप्त रहा है, इस बार भी अपनी शातिर हरकतों के कारण पकड़ा गया। बाकी के आरोपियों का भी अपराध से नाता था, और पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद यह साबित हो गया कि यह एक सुनियोजित अपराध था।
पुलिस की सफलता:
जमशेदपुर पुलिस की इस सफलता को पूरे शहर में सराहा जा रहा है। सीसीटीवी और तकनीकी अनुसंधान के बाद मिली जानकारी ने पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में मदद की। इसके साथ ही, पुलिस के द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और संदिग्धों की सटीक पहचान ने इस मामले का समाधान किया।
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