Koderma Paper Leak: झारखंड बोर्ड परीक्षा में बड़ा खुलासा, व्हाट्सएप ग्रुप से लीक हुआ पेपर!

JAC Board Exam 2025 Paper Leak! झारखंड बोर्ड परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक मामले में कोडरमा पुलिस ने दो और गिरफ्तारियां की हैं। जानिए कैसे व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये बेचा जा रहा था पेपर और कौन है इस रैकेट का मास्टरमाइंड।

Mar 2, 2025 - 14:26
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Koderma Paper Leak: झारखंड बोर्ड परीक्षा में बड़ा खुलासा, व्हाट्सएप ग्रुप से लीक हुआ पेपर!
Koderma Paper Leak: झारखंड बोर्ड परीक्षा में बड़ा खुलासा, व्हाट्सएप ग्रुप से लीक हुआ पेपर!

कोडरमा – झारखंड की मैट्रिक परीक्षा में पेपर लीक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। JAC Board Exam 2025 Paper Leak मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस खुलासे ने परीक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच में सामने आया कि व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये छात्रों को पैसे लेकर प्रश्नपत्र बेचा जा रहा था।

पेपर लीक का नया खेल, कोडरमा पुलिस की बड़ी कार्रवाई

कोडरमा पुलिस ने गिरिडीह जिले के दो युवकों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान प्रिंस कुमार (बघेयडीह जमुआ, गिरिडीह) और प्रिंस राणा (मरकच्चो निवासी) के रूप में हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि प्रिंस राणा एक व्हाट्सएप ग्रुप 'JAC अपडेट सर' का एडमिन था, जहां से प्रश्नपत्र लीक हुआ था। पुलिस के अनुसार, उसने मात्र 350 रुपये में क्यूआर कोड के जरिये कई छात्रों को पेपर उपलब्ध कराया था।

बेंगलुरु तक पहुंची जांच, व्हाट्सएप बना बड़ा हथियार

पेपर लीक का नेटवर्क सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं था। पुलिस की टीम ने प्रिंस राणा को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया, जबकि प्रिंस कुमार को मधुपुर से पकड़ा गया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि गिरिडीह निवासी प्रिंस ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र वायरल कर दिया था। पहले उसे चतरा जिले का बताया जा रहा था, लेकिन पुलिस जांच में वह गिरिडीह जिले का निवासी निकला

कैसे हुआ था पेपर लीक? खुलासे में सामने आई चौंकाने वाली साजिश

इससे पहले, पुलिस ने गिरिडीह के न्यू बरगंडा इलाके से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें रोहित कुमार, मुकेश कुमार, लालमोहन कुमार, अंशु कुमार पांडेय, कृष्णा कुमार पांडेय और कमलेश कुमार शामिल हैं। पूछताछ में सामने आया कि इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड कमलेश कुमार था।

कमलेश ने अपने साथी मुकेश के साथ मिलकर उस वक्त प्रश्नपत्र चुरा लिया था, जब उसे स्ट्रांग रूम से अनलोड किया जा रहा था।
 चोरी के बाद, उसने सबसे पहले प्रश्नपत्र अपनी प्रेमिका को भेजा, फिर इसे कुछ पैसों में बेच दिया।
 इसके बाद, यह पेपर व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये वायरल हुआ।

पुलिस की तीन दिन की रिमांड, कई खुलासों की उम्मीद

गिरफ्तार किए गए सभी छह आरोपियों को पुलिस ने तीन दिनों की रिमांड पर लिया था। इस दौरान पुलिस ने उनसे यह जानने की कोशिश की कि पेपर लीक की असली जड़ कहां है और इसमें और कौन-कौन शामिल है। हालांकि, जांच अधिकारियों ने अब तक पूछताछ से जुड़ी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की है।

क्या होगा अब? बढ़ सकती हैं गिरफ्तारियां

कोडरमा के एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के अनुसार, पुलिस जांच जारी है और जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इस मामले में कई अन्य लोग भी संदिग्ध हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। इस खुलासे के बाद, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) पर भी दबाव बढ़ गया है कि वे अपनी परीक्षा प्रणाली को और मजबूत करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें।

JAC बोर्ड परीक्षा पर खतरा, छात्र-छात्राओं में चिंता

पेपर लीक के बाद झारखंड बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्रों में भारी असमंजस और गुस्सा है। सवाल यह है कि क्या परीक्षा फिर से होगी? क्या छात्रों को नया पेपर देना पड़ेगा? शिक्षा विभाग ने अभी तक इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। लेकिन जिस तरह से यह मामला बढ़ता जा रहा है, उम्मीद है कि जल्द ही सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकती है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।