गोरखपुर में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान, युवाओं को स्वस्थ जीवन की प्रेरणा

गोरखपुर में "मेरा युवा भारत" अभियान के तहत नशीली दवाओं की लत पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जानें कार्यक्रम के मुख्य बिंदु और युवा नेताओं का संदेश।

Oct 23, 2024 - 20:51
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गोरखपुर में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान, युवाओं को स्वस्थ जीवन की प्रेरणा
गोरखपुर में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान, युवाओं को स्वस्थ जीवन की प्रेरणा

गोरखपुर: 23 अक्टूबर को नेहरू युवा केन्द्र गोरखपुर द्वारा "मेरा युवा भारत" अभियान के अंतर्गत गंगोत्री देवी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे की लत के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।

कार्यक्रम में गोरखपुर के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव कुमार मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिला युवा कल्याण अधिकारी श्री अमित सिंह भी कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. पूनम शुक्ला ने की।

कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके बाद, मुख्य अतिथि डॉ. अभिनव मिश्रा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, "नशे की लत केवल व्यक्ति के जीवन को तबाह नहीं करती, बल्कि यह पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करती है।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे नशे की ओर आकर्षित न हों और अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं।

नशा मुक्ति केंद्र के निर्देशक डॉ. सच्चितानंद एहसास ने कहा कि नशे की लत से बचने का सबसे अच्छा तरीका मानसिक और शारीरिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाना है। उन्होंने बताया कि नशे के शिकार लोगों की काउंसलिंग उनके मानसिक स्वास्थ्य के आधार पर की जाती है, और इस प्रक्रिया में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।

विशिष्ट अतिथि श्री अमित सिंह ने नेहरू युवा केन्द्र के इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि "शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति ही एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकता है।" उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन को अनुशासित रखें और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहकर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करें।

कार्यक्रम के समन्वयक अमन सिंह ने कहा, "नशा हमारे समाज का एक बड़ा प्रदूषण है।" उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस सामाजिक बुराई के खिलाफ एकजुट हों। कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं ने नशे की लत और मादक द्रव्यों के सेवन पर अपने विचार साझा किए।

महाविद्यालय के व्यवस्थापक श्री आशुतोष मिश्रा ने कहा, "अगर हम चाहते हैं कि हमारे समाज का भविष्य उज्ज्वल हो, तो हमें नशे की लत से लड़ने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।" उन्होंने छात्रों को नशे से दूर रहने और उच्च नैतिक मूल्यों को अपनाने की सलाह दी।

श्री मिश्रा ने सभी छात्रों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के अंत में, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. पूनम शुक्ला ने ऐसे कार्यक्रमों की महत्ता पर जोर दिया।

इस कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. प्रियंका त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रत्या उपाध्याय भी मौजूद रहीं, जिन्होंने नशे के मानसिक और शारीरिक प्रभावों पर चर्चा की।

इस कार्यक्रम ने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराकर उन्हें एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। उम्मीद है कि इससे युवा पीढ़ी नशे से दूर रहकर समाज के निर्माण में एक सकारात्मक भूमिका निभाएगी।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।