Mahakumbh Bhagdad 2025: 17 श्रद्धालुओं की मौत, 50 से ज्यादा घायल, PM मोदी ने CM योगी से की बात
प्रयागराज में महा कुम्भ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के समय भगदड़ मचने से 17 श्रद्धालुओं की मौत, 50 से अधिक घायल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने CM योगी से फोन पर बात कर हालात का जायजा लिया।
मौनी अमावस्या पर महा कुम्भ में भगदड़, 17 की मौत, 50 से ज्यादा घायल
प्रयागराज: मौनी अमावस्या के पावन स्नान के दौरान प्रयागराज के संगम क्षेत्र में बेकाबू भीड़ के चलते भगदड़ मच गई, जिसमें 17 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिसमें कई श्रद्धालु एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े।
पीएम मोदी ने CM योगी से की बात
इस दुखद घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली और तुरंत राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री से चर्चा की और केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
अखाड़ों ने रद्द किया 'अमृत स्नान'
मौनी अमावस्या के मौके पर महा कुम्भ मेले में जुटे लाखों श्रद्धालु अमृत स्नान करने पहुंचे थे। लेकिन भगदड़ की भयावहता को देखते हुए अखाड़ों ने अपने पारंपरिक अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला किया। बता दें कि इस साल 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महा कुम्भ में आ रहे हैं, जिससे प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना चुनौती बन गया है।
घायल श्रद्धालु अस्पताल में भर्ती
घटना के तुरंत बाद घायलों को कुंभ क्षेत्र में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर्स उनका इलाज कर रहे हैं। घायलों के परिजन भी अस्पताल में अपने प्रियजनों की तलाश में जुट गए।
आध्यात्मिक गुरु ने दी श्रद्धालुओं को सलाह
प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा,
"मैं संगम घाट नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा थी। मैं श्रद्धालुओं से निवेदन करता हूँ कि सिर्फ संगम घाट पर स्नान करने की जिद न करें। इस समय पूरी गंगा और यमुना में अमृत प्रवाहित हो रहा है।"
144 वर्षों बाद बना दुर्लभ 'त्रिवेणी योग' :
इस बार मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है क्योंकि 144 वर्षों बाद 'त्रिवेणी योग' बना है। इस मौके पर पवित्र स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति मानी जाती है। इसीलिए करोड़ों श्रद्धालु पुण्य कमाने के लिए संगम की ओर उमड़े, जिससे प्रशासन के सामने भीड़ नियंत्रण की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई।
प्रशासन ने जारी किए सुरक्षा निर्देश :
भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही श्रद्धालुओं के लिए कुछ सुरक्षा दिशानिर्देश जारी किए थे:
✅ निर्धारित मार्गों से ही संगम घाट तक जाएं।
✅ स्नान के बाद तुरंत घाट छोड़ दें।
✅ स्नान के बाद तय पार्किंग स्थल या विश्राम स्थलों की ओर बढ़ें।
✅ "सभी घाट समान रूप से पवित्र हैं", केवल संगम घाट पर भीड़ न बढ़ाएं।
इसके बावजूद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल साबित हुआ और दुखद हादसा हो गया। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
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