24 नवंबर 2024 :झारखंड के जमशेदपुर में एनएच-33 पर रविवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। तुरियाबेड़ा गौड़गोंड़ा के पास एक 60 वर्षीय महिला की उस समय मौत हो गई जब वह साइकिल से सड़क पार कर रही थी। घटना के दौरान तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने महिला को टक्कर मार दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई खौफनाक घटना
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, स्कॉर्पियो गति सीमा से कहीं अधिक तेज चल रही थी। वाहन घाटशिला से डिमना की ओर जा रहा था और उसमें दो लोग सवार थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि महिला सड़क पर दूर जा गिरी और गंभीर रूप से घायल हो गई।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही एमजीएम थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो को जब्त कर उसमें सवार दोनों लोगों को हिरासत में ले लिया। गंभीर रूप से घायल महिला को तुरंत एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतका की पहचान अभी अज्ञात
थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शीतगृह में रखा गया है और उसकी पहचान कराने की कोशिश जारी है। पुलिस आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है।
झारखंड में सड़क हादसों का बढ़ता आंकड़ा
झारखंड में राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाले सड़क हादसे चिंता का विषय बन गए हैं। विशेषकर एनएच-33, जो जमशेदपुर को अन्य जिलों से जोड़ता है, सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है।
इतिहास में झलक: सड़क सुरक्षा की अनदेखी
भारत में सड़क दुर्घटनाओं का इतिहास दशकों पुराना है। 1980 के दशक में तेज रफ्तार वाहनों और खराब सड़क संरचना के कारण सड़क हादसे बढ़ने लगे थे। आज भी, आधुनिक तकनीक और यातायात प्रबंधन के बावजूद, सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन इन हादसों का मुख्य कारण बना हुआ है।
तेज रफ्तार और लापरवाही बनी हादसों की वजह
तेज रफ्तार, लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी सड़क दुर्घटनाओं की प्रमुख वजह है। एनएच-33 पर भी ऐसे कई हादसे पहले हो चुके हैं। स्थानीय प्रशासन को सड़क सुरक्षा के नियम सख्ती से लागू करने और गति सीमा का पालन सुनिश्चित करने की जरूरत है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि सड़क पर सुरक्षा के उपायों की कमी के कारण दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं। उन्होंने सरकार से स्पीड ब्रेकर और सड़क किनारे सुरक्षा बैरिकेड लगाने की मांग की।
क्या है आगे का रास्ता?
झारखंड सरकार और प्रशासन को सड़क हादसों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे। तेज रफ्तार पर नियंत्रण, यातायात नियमों की सख्ती और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियानों की जरूरत है।
जमशेदपुर का यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए दुःखद है, बल्कि प्रशासन और समाज के लिए एक चेतावनी भी है। सड़क सुरक्षा को लेकर तत्काल ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।