Dhanbad Crime : डायन बताकर महिलाओं पर कहर! 16 के खिलाफ केस दर्ज, दहशत में पूरा परिवार

धनबाद के टुंडी में महिलाओं को डायन बताकर बेरहमी से प्रताड़ित किया गया। जान का खतरा महसूस कर परिवार ने घर छोड़ दिया। पुलिस ने 16 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

Mar 1, 2025 - 13:17
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Dhanbad Crime : डायन बताकर महिलाओं पर कहर! 16 के खिलाफ केस दर्ज, दहशत में पूरा परिवार
Dhanbad Crime : डायन बताकर महिलाओं पर कहर! 16 के खिलाफ केस दर्ज, दहशत में पूरा परिवार

धनबाद: झारखंड में एक बार फिर अंधविश्वास के नाम पर महिलाओं पर जुल्म का मामला सामने आया है। टुंडी थाना क्षेत्र में एक ही परिवार की महिलाओं को डायन बताकर न सिर्फ प्रताड़ित किया गया, बल्कि मारपीट कर उन्हें गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।

डायन बताकर घर में घुसे, मारपीट कर निकाला बाहर!

पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि 16 लोगों के एक समूह ने जबरदस्ती उनके घर में घुसकर उन्हें डायन करार दिया। इसके बाद गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी गई। इस अत्याचार से डरकर परिवार ने अपना घर छोड़ दिया और अब वे गांव लौटने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।

डर के साए में जी रहा पूरा परिवार

पीड़ित महिलाओं ने गांधी सेवा सदन में मीडिया से बात करते हुए अपनी दर्दनाक कहानी साझा की। उन्होंने कहा, "हम पर डायन होने का आरोप लगाया गया, हमारे साथ मारपीट की गई। अब हम गांव नहीं जा सकते क्योंकि हमें डर है कि फिर से हमें प्रताड़ित किया जाएगा।"

क्या है डायन प्रथा और क्यों जारी है यह अंधविश्वास?

झारखंड और खासकर धनबाद, गिरिडीह, गुमला और संथाल परगना जैसे इलाकों में डायन प्रथा एक पुरानी सामाजिक बुराई रही है। आमतौर पर, जमीन विवाद, निजी दुश्मनी या किसी महिला को कमजोर करने के लिए उसे डायन बताकर समाज में अलग-थलग कर दिया जाता है

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मामलों के पीछे अशिक्षा, कुरीतियां और सामाजिक जागरूकता की कमी प्रमुख कारण हैं। हालांकि, झारखंड सरकार ने 2017 में "डायन प्रथा उन्मूलन अधिनियम" लागू किया था, जिसके तहत दोषियों को सख्त सजा देने का प्रावधान है, लेकिन इसके बावजूद ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

पुलिस ने दर्ज किया मामला, 16 आरोपी शिकंजे में!

घटना की शिकायत मिलने के बाद टुंडी थाना प्रभारी उमाशंकर ने बताया कि 16 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा, "हम मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

क्या प्रशासन महिलाओं को सुरक्षा दे पाएगा?

पीड़ित महिलाओं ने जिला प्रशासन और सरकार से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि यदि दोषियों को जल्द सजा नहीं मिली, तो उन्हें अपनी जान का खतरा बना रहेगा

क्या ऐसे मामलों पर लगेगी रोक?

झारखंड में लगातार हो रही डायन बताकर प्रताड़ना की घटनाएं यह सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि आधुनिक युग में भी लोग कैसे अंधविश्वास के शिकंजे में जकड़े हुए हैं। सरकार और प्रशासन के लिए यह गंभीर चुनौती है कि वे न सिर्फ दोषियों को सजा दिलाएं, बल्कि लोगों को शिक्षित कर इस सामाजिक कुरीति का हमेशा के लिए अंत करें

अब बड़ा सवाल यह है – क्या इन महिलाओं को इंसाफ मिलेगा या फिर यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा?

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।