चांडिल डैम में डूब गया जमशेदपुर से उड़ा जहाज, पायलटों का आखिरी लोकेशन डैम के पास, रेस्क्यू में जुटी पुलिस
चांडिल डैम में जमशेदपुर से उड़ा जहाज अचानक डूब गया। स्थानीय लोगों ने डूबते विमान को देखा, जबकि पायलटों का आखिरी लोकेशन डैम के पास ट्रेस हुआ। पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। जानिए पूरी घटना।
चांडिल डैम के शांत पानी में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक विमान अचानक डूब गया। यह विमान जमशेदपुर से उड़ा था और उड़ान के कुछ देर बाद ही इसका इंजन बंद हो गया, जिसके बाद विमान सीधे डैम की ओर गिरने लगा। चश्मदीदों के अनुसार, पायलट ने इंजन को दोबारा चालू करने की कोशिश की, लेकिन इंजन ने जवाब दे दिया और विमान तेज आवाज के साथ पानी में समा गया।
डैम के पास नहा रहे स्थानीय निवासी रुसु माझी ने सबसे पहले इस घटना को देखा। उन्होंने बताया, "विमान का इंजन अचानक बंद हो गया और वह तेजी से नीचे की ओर आने लगा। मैं डैम के किनारे खड़ा था और पूरी घटना मेरी आंखों के सामने हुई। पानी में गिरते ही डैम का पानी 20-25 फीट ऊपर उठ गया। मैंने तुरंत गांव वालों को इसकी सूचना दी, लेकिन किसी ने मेरी बात पर यकीन नहीं किया।"
रुसु माझी के अनुसार, विमान डूबने के बाद पानी की सतह पर कुछ भी नहीं दिखा। वह काफी देर तक वहीं खड़े रहे, लेकिन विमान या पायलटों का कोई संकेत नहीं मिला। गांव वालों ने भी पहले इस घटना को हल्के में लिया, लेकिन जब पुलिस को सूचना मिली, तो मामला गंभीर हो गया।
सरायकेला-खरसावां के एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने बताया कि पायलटों के मोबाइल का आखिरी लोकेशन चांडिल डैम के पास ही ट्रेस हुआ है। इसके बाद दोनों पायलटों के मोबाइल बंद हो गए। पुलिस और प्रशासन ने तुरंत एक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, जिसमें वाटर बोट का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि, अभी तक विमान या पायलटों का कोई सुराग नहीं मिला है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी:
चांडिल डैम में इस घटना के बाद से प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात हैं और लगातार पानी में खोज अभियान चला रही हैं। हालांकि, अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है कि विमान कहां डूबा और पायलटों की स्थिति क्या है। डैम की गहराई और क्षेत्र की विशालता के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किलें आ रही हैं।
विमान का इंजन क्यों हुआ फेल?
यह सवाल अब सभी के मन में है कि आखिर विमान का इंजन अचानक क्यों फेल हो गया। शुरुआती जांच में यह माना जा रहा है कि तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ। पायलट ने आखिरी समय तक इंजन को दोबारा चालू करने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। इस घटना की पूरी जांच विमानन प्राधिकरण और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की जा रही है।
ग्रामीणों में दहशत:
घटना के बाद से चांडिल डैम के आसपास के ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। गांव के कुछ लोगों ने विमान को डूबते हुए देखा था, और अब वे चिंतित हैं कि विमान के मलबे और पायलटों को खोजने में कितना समय लगेगा। डैम के पानी में डूबे विमान के लिए खोजबीन जारी है, लेकिन ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्दी ही कुछ ठोस जानकारी मिलेगी।
स्थानीय प्रशासन की तैयारी:
पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं, लेकिन बारिश और डैम की गहराई के चलते यह ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण बन गया है। प्रशासन ने कहा है कि जब तक विमान और पायलटों का पता नहीं चलता, तब तक ऑपरेशन जारी रहेगा।
इस घटना ने चांडिल डैम और आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। लोग इस हादसे को लेकर चिंतित हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि पायलट सुरक्षित मिलें। यह घटना विमानन सुरक्षा और तकनीकी खामियों पर सवाल खड़े करती है, जिसकी जांच की जा रही है।
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