JAC Paper Leak: पेपर लीक कांड में आज बड़ा फैसला, CID के साथ बैठक में क्या होगा तय?

JAC Paper Leak मामले में आज CID के साथ जैक अधिकारियों की अहम बैठक। जांच SIT को दी जाएगी या CID संभालेगी, इस पर होगा फैसला। जानिए DGP अनुराग गुप्ता का बड़ा बयान!

Feb 25, 2025 - 09:17
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JAC Paper Leak: पेपर लीक कांड में आज बड़ा फैसला, CID के साथ बैठक में क्या होगा तय?
JAC Paper Leak: पेपर लीक कांड में आज बड़ा फैसला, CID के साथ बैठक में क्या होगा तय?

JAC Paper Leak Case में अब जांच तेज हो गई है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के अधिकारी आज CID के साथ अहम बैठक करेंगे। इस बैठक में मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने की पूरी रिपोर्ट पेश की जाएगी और यह तय किया जाएगा कि जांच CID करेगी या SIT का गठन होगा।

 पेपर लीक के मास्टरमाइंड तक कैसे पहुंचेगी पुलिस?

झारखंड में मैट्रिक परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घोटाले के पीछे कौन है, यह जानने के लिए पुलिस अब जांच के दायरे को बड़ा कर रही है

CID को क्या जानकारी मिलेगी?
 जैक के अधिकारी बैठक में लीक की पूरी रिपोर्ट पेश करेंगे।
 पेपर परीक्षा केंद्रों तक कैसे पहुंचते हैं, इसकी प्रक्रिया समझाई जाएगी।
 प्रश्न पत्र लीक होने का स्रोत खोजने पर फोकस किया जाएगा।
 डिजिटल डिवाइस बरामद कर जांच के आदेश दिए गए हैं।

 SIT बनेगी या CID ही करेगी जांच?

पेपर लीक की जांच को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। इसी कारण यह भी तय किया जाएगा कि विशेष जांच दल (SIT) का गठन होगा या फिर मामला पूरी तरह CID को सौंपा जाएगा
इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव गृह विभाग को भेज दिया है और जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

 सोशल मीडिया पर फर्जी प्रश्न पत्रों की बाढ़!

सोमवार को JAC की मैट्रिक परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से हुई, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर फर्जी प्रश्न पत्र वायरल होते रहे। इससे छात्रों और अभिभावकों में भारी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।

क्या कर रही है साइबर पुलिस?
JAC ने फर्जी प्रश्न पत्रों की शिकायत साइबर पुलिस से की।
 पुलिस ने वायरल हो रहे पेपरों की जांच शुरू कर दी है।
 अब तक की जांच रिपोर्ट JAC को भी भेजी जा रही है।
 प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

 DGP अनुराग गुप्ता का बड़ा बयान!

झारखंड के DGP अनुराग गुप्ता ने पुलिस मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेपर लीक मामले की समीक्षा बैठक की।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि JAC द्वारा प्रश्न पत्र को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया को समझें ताकि यह पता लगाया जा सके कि पेपर कहां और कैसे लीक हुआ।

DGP के आदेश:
 परीक्षा केंद्रों तक पेपर पहुंचाने की प्रक्रिया की गहराई से जांच हो।
 बरामद डिजिटल डिवाइस की विस्तृत जांच की जाए।
 फर्जी प्रश्न पत्र वायरल करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो।

 परीक्षा में 99% छात्रों की उपस्थिति, लेकिन सवाल जस के तस!

सोमवार को राज्यभर में मैट्रिक परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुई। इस परीक्षा में लगभग 99% छात्र उपस्थित रहे, लेकिन पेपर लीक की खबरों ने परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठा दिए हैं।

 क्या सरकार पेपर लीक मामलों को रोकने में नाकाम रही?

झारखंड में यह कोई पहली बार नहीं है जब परीक्षा से जुड़े पेपर लीक की खबरें आई हों।
पिछले कुछ वर्षों में कई प्रतियोगी परीक्षाओं और बोर्ड परीक्षाओं में लीक की घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन सरकार कड़ी कार्रवाई के दावों के बावजूद ऐसी घटनाओं को रोकने में विफल नजर आ रही है।

 अब क्या होगा आगे?

 CID की बैठक में आज बड़ा फैसला लिया जाएगा।
 SIT बनेगी या नहीं, इस पर अंतिम निर्णय होगा।
 साइबर पुलिस सोशल मीडिया पर फर्जी पेपर वायरल करने वालों पर शिकंजा कसेगी।
 पेपर लीक करने वाले दोषियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।

 पेपर लीक कांड से जुड़े हर अपडेट के लिए जुड़े रहें!

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।