Tata-Patna Vande Bharat : टाटा-पटना वंदे भारत ट्रेन का बड़ा हादसा टला, मवेशियों से टक्कर के बाद भी बची जानें
टाटा-पटना वंदे भारत ट्रेन गुझंडी के पास मवेशियों से टकराई। चालक दल की कुशलता से बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन समय पर पटना पहुंचने की संभावना है।
Tata-Patna Vande Bharat जमशेदपुर, 15 सितंबर – टाटा-पटना वंदे भारत उद्घाटन स्पेशल ट्रेन (संख्या 20893) गुरुवार को गुझंडी के पास एक दुर्घटना का शिकार हो गई। ट्रेन जब 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पटना की ओर जा रही थी, तभी अचानक रास्ते में मवेशियों का एक झुंड आ गया और ट्रेन की जोरदार टक्कर हो गई। हालांकि, चालक दल की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया।
इस घटना में ट्रेन के इंजन को मामूली नुकसान पहुंचा, लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई। इस हादसे को रेलवे की भाषा में कैटल रन ओवर कहा जाता है, जब मवेशी पटरियों पर आ जाते हैं और ट्रेन उनसे टकरा जाती है।
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। ट्रेन को फिर से पटरी पर लाने और संचालन में किसी भी तरह की देरी को रोकने के लिए समस्याओं को तुरंत सुलझाने का काम शुरू कर दिया गया।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, इस दुर्घटना के बावजूद ट्रेन समय पर पटना पहुंचने की संभावना है। ट्रेन के चालक दल ने सूझबूझ से काम लिया और ट्रेन को सुरक्षित तरीके से नियंत्रित किया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
मवेशियों की टक्कर से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए इंजीनियरिंग टीम को भी बुलाया गया। इंजीनियरों ने इंजन का निरीक्षण किया और पाया कि इंजन को मामूली क्षति पहुंची है, लेकिन यह ट्रेन के संचालन पर कोई असर नहीं डालेगी।
इस तरह की घटनाएं भारतीय रेलवे के लिए गंभीर चुनौती हैं, खासकर उन इलाकों में जहां मवेशी पटरियों पर अक्सर आ जाते हैं। रेलवे ने ऐसे हादसों को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन कुछ जगहों पर ऐसी घटनाएं फिर भी होती हैं।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और स्थिति सामान्य करने के लिए धैर्य बनाए रखें। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि यात्रियों की सुरक्षा हमेशा रेलवे की पहली प्राथमिकता होती है, और इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए रेलवे ने सख्त कदम उठाए हैं।
घटना के बाद रेलवे ने संबंधित क्षेत्रों में मवेशियों के प्रवेश को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने की योजना बनाई है। रेल पटरियों के आस-पास की बाड़बंदी को और मजबूत किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
यह पहली बार नहीं है जब मवेशियों से टकराकर कोई ट्रेन दुर्घटना का शिकार हुई हो। देशभर में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, जहां मवेशियों के कारण ट्रेनों को भारी नुकसान हुआ है। रेलवे अधिकारी लगातार इस समस्या से निपटने के उपायों पर काम कर रहे हैं।
हादसे के समय ट्रेन में सवार यात्रियों ने भी बताया कि टक्कर के समय ट्रेन में हलचल जरूर हुई थी, लेकिन चालक ने बहुत कुशलता से ट्रेन को रोक लिया, जिससे किसी भी तरह की पैनिक स्थिति पैदा नहीं हुई। यात्री इस बात से संतुष्ट थे कि चालक दल ने स्थिति को बखूबी संभाला।
इस हादसे के बाद रेलवे ने सुरक्षा प्रबंधों को और सख्त करने का आश्वासन दिया है ताकि यात्रियों की सुरक्षा को और बेहतर बनाया जा सके।
What's Your Reaction?