कुंडली में खराब शुक्र के लक्षण और लाल किताब के उपाय - Kharab Sukra ki lakshan and Samadhan Lal kitab
कुंडली में खराब शुक्र के लक्षण और लाल किताब के उपाय - Kharab Sukra ki lakshan and Samadhan Lal kitab
ज्योतिष के अनुसार नवग्रहों में शुक्र का महत्व सर्वाधिक सौरमंडल में शुक्र ग्रह को आसानी से देखा जा सकता है इसे भोर का तारा भी कहते हैं पुराणों के अनुसार शुक्र दानों के गुरु थे इनके पिता का नाम कवि तथा उनकी पत्नी प्रभा दत्तगुरु सुखदेव के रक्षा करने तू सदैव तत्पर रहते थे बृहस्पति की तरह ही शास्त्रों के ज्ञाता तपस्वी और कवि हैं इन्हें सुंदरता का प्रतीक माना गया है| (कुंडली में खराब शुक्र के लक्षण और लाल किताब के उपाय - Kharab Sukra ki lakshan and Samadhan Lal kitab)
अशुभ शुक्र की निशानी :
- अंगूठे में दर्द रहना
- शुक्र के अशुभ होने से त्वचा में विकार , गुप्त रोग
- पत्नी से अनावश्यक कला हो जाती है
- पराई स्त्री से संबंध
- शराब का सेवन
- मांसाहार
- भोग विलास में मदमस्त रहना
- अगर राहु के साथ शुक्र है तो स्त्री और दौलत का असर खत्म हो जाता है|
शुभ शुक्र की निशानी :
- शरीर सुंदर होगा
- इस्त्री में आत्मविश्वास भरपूर होगा
- स्त्रियां स्वता ही आकर्षित होने लगेगी
- व्यक्ति धनवान अर्थात संपदा संपन्न बनेगा
- व्यक्ति का चरित्र चित्रकार तथा कामुक प्रवृत्ति का होता है
- आराम का जीवन बिता है
- फिल्म तथा साहित्य में रुचि रहती है
शुक्र के अचूक उपाय :
- प्रतिदिन लक्ष्मी जी की उपासना करें
- किसी भी स्त्री का सम्मान करें
- शुक्रवार को खटाई ना खाएं
- शुक्रवार का व्रत करें
- किसी मंदिर या गरीब व्यक्ति को सफेद वस्त्र दान करें
- भोजन का कुछ हिस्सा गाय कौवा और कुत्ते को दे
- शुक्रवार के दिन सफेद गाय को चारा खिलाएं
- सुगंधित इंदिरा सेंड का उपयोग करें तथा पवित्र बनी रहे|
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