कुंडली में खराब केतु के लक्षण और लाल किताब के उपाय | Kharab Ketu ki lakshan and Samadhan Lala kitab

कुंडली में खराब केतु के लक्षण और लाल किताब के उपाय | Kharab Ketu ki lakshan and Samadhan Lala kitab
कुंडली में खराब केतु के लक्षण और लाल किताब के उपाय | Kharab Ketu ki lakshan and Samadhan Lala kitab

कुंडली में खराब केतु के लक्षण और लाल किताब के उपाय | Kharab Ketu ki lakshan and Samadhan Lala kitab

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु एक छाया ग्रह है | केतु स्वर भानु नामक दानव के सिर का धड़ है | यह एक विषम परिस्थिति का उत्तर है जब समुद्र मंथन के समय मोहिनी अवतार रूपी भगवान विष्णु ने स्वर भानु का सर धड़ से अलग कर दिया था सर राहुकाल आया तथा धड़के तू कल आया शास्त्रों के अनुसार इसका मानव जीवन एवं पूरी सृष्टि पर अत्यधिक प्रभाव रहता है|  

 

केतु कोई ग्रह नहीं है लेकिन ग्रह की छाया हमारे जीवन पर अत्यधिक प्रभाव डालती है जैसा कि आप जानते हैं पीपल बरगद और तुलसी की छांव में रहने से हमें बहुत सारी बीमारियां नहीं होती है परंतु अगर हम किसी खराब वृक्ष के नीचे सोते हैं तो अस्थमा या त्वचा रोग हो जाता है इसी तरह का प्रभाव केतु हमारे जीवन पर डालता है अगर जातक के कुंडली में केतु की स्थिति खराब है तो जातक बहुत सारे परेशानियों और बीमारियों से खिल जाता है जो कि उसे शारीरिक तथा मानसिक कष्टों में घेर लेती है|

केतु ग्रह के दोष के कारण मानव शरीर में बहुत सारे लोग उत्पन्न होते हैं लाल किताब के अनुसार अगर जातक की कुंडली में केतु की स्थिति ठीक नहीं है जिसके बारे में उल्लेख आपको हमारे लेकिन मिलेगा|

कैसे होता है केतु खराब  :

  1. दुर्गा गणेश और हनुमान जी का मजाक या अपमान करना
  2. घर या परिवार के लोगों से झूठ बोलना
  3. पूर्वजों का मजाक बनाना श्रद्धा कर्म ठीक से ना करना
  4. घर का वायव्य कोण खराब है तो भी कि तू खराब होगा
  5. केतु ग्रह तंत्र मंत्र जादू टोना में विश्वास करने वालों को बुरा प्रभाव देता है
  6. अगर बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार ना किया जाए तो भी राहु खराब प्रभाव करता है

 

खराब केतु के लक्षण:

  1. जातक की कुंडली में मंगल के साथ केतु को बहुत बुरा माना गया है |
  2. चंद्रमा के साथ केतु के होने से चंद्रग्रहण माना जाता है|
  3. मंदा के दुकान रेड घुटने लिंक उरदा और जोड़ों के रोगों का कारण बनता है |
  4. मन में हमेशा डर या अनहोनी होने की संभावना बनी रहती है |
  5. व्यक्ति नींद में जाग जाता है नींद एक कुत्ते की तरह हो जाती है |
  6. व्यक्ति भूत तंत्र मंत्र जादू टोना में विश्वास करने लगता है|

केतु शुभ है तो उसके लक्षण:

शुभ केतु होने पर जातक मकान दुकान या वाहन पर व्यक्ति को प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि मिलती है कि तू के शुभ होने के कारण पद प्रतिष्ठा और संतानों का सुख मिलता है इस तरह के व्यक्तियों के कई संताने होती हैं और जातक में प्रभाव सा पूर्वाभास की क्षमता होती है तथा इस तरह के व्यक्ति अपने कुल को आगे ले जाते हैं|

केतु ग्रह के कारण कौन से रोग या बीमारियां होती हैं:

  1. पेशाब की बीमारी।
  2. प्रसव में रुकावट।
  3. सिर के बाल झड़ते हैं।
  4. शरीर की नसों में कमजोरी आ जाती है।
  5. अशुभ प्रभाव से त्वचा रोग होता है।

 

केतु को अच्छा करने के उपाय:

  1. दुर्गा या हनुमान की पूजा करें।
  2. कान छिदवाएं।
  3. बच्चे केतु हैं, इसलिए बच्चों के साथ अच्छे संबंध रखें।
  4. भगवान गणेश की पूजा करें।
  5. डबल कुत्ते को रोटी खिलाएं।
  6. कुत्ता पालना।
  7. किसी भी हनुमान मंदिर में तिल, जौ का दान करें।
  8. सोते समय सिर के पास एक बर्तन में पानी रखें और सुबह इसे किसी पेड़ में डाल दें। यह प्रयोग 43 दिनों तक करें।
  9. कपिला गाय, कुत्ते, कौवे को अपने भोजन से बांटें।
  10. पक्षियों को बाजरा खिलाएं।
  11. चींटियों के लिए भोजन की व्यवस्था करें।