साइबर सुरक्षा पर कार्यशाला: 1000 से ज्यादा शिक्षकों ने लिया हिस्सा
साइबर सुरक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला में 1000 से अधिक सरकारी और निजी विद्यालयों के शिक्षक शामिल हुए। कार्यशाला में साइबर सुरक्षा की चुनौतियों और उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई।
जमशेदपुर, 2 सितंबर 2024: जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार साइबर सुरक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला साकची के रविंद्र भवन सभागार में आयोजित की गई थी। कार्यशाला का आयोजन साइबर पीस संस्था के तत्वाधान में किया गया, जिसमें जमशेदपुर, बोडाम, पटमदा, और पोटका के 1000 से ज्यादा सरकारी और निजी विद्यालयों के शिक्षक शामिल हुए।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक श्री आशीष पांडे विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को साइबर सुरक्षा की चुनौतियों और जटिलताओं के बारे में जागरूक करना था। वक्ताओं ने बताया कि आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से हम अपने संवेदनशील डेटा जैसे व्यक्तिगत जानकारी, स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, और बैंक खातों से जुड़े डेटा को चोरी और क्षति से बचा सकते हैं।
कार्यशाला में शिक्षकों को साइबर सिक्योरिटी का विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें बताया गया कि कैसे वे अपने छात्रों और समुदाय को साइबर फ्राड से सुरक्षित रख सकते हैं। इसके अलावा, उन्हें साइबर फ्राड से बचने के उपाय और तकनीकें भी सिखाई गईं।
कार्यशाला में साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जैसे कि डेटा प्रोटेक्शन, पासवर्ड सुरक्षा, और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के तरीके। वक्ताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि शिक्षकों को इन जानकारियों को अपने छात्रों और आस-पास के लोगों तक पहुंचाना चाहिए, ताकि साइबर अपराधों से बचाव हो सके।
कार्यशाला में भाग लेने वाले शिक्षकों ने इस आयोजन को बेहद जानकारीपूर्ण और उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं समय-समय पर होती रहनी चाहिए, ताकि समाज को साइबर अपराधों से बचाया जा सके।
इस प्रकार, यह कार्यशाला सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
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