विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का फैसला किया, कहा- हमारे मेडल-अवॉर्ड्स को 15 रुपए का बताया जा रहा

विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाए, कहा- "15 रुपए के मेडल और अवॉर्ड हमारे सम्मान के साथ खिलवाड़ हैं"

विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का फैसला किया, कहा- हमारे मेडल-अवॉर्ड्स को 15 रुपए का बताया जा रहा
विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का फैसला किया, कहा- हमारे मेडल-अवॉर्ड्स को 15 रुपए का बताया जा रहा

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) में हाल ही में एक विवाद उठा है, जिसमें भारतीय रेसलर विनेश फोगाट ने अपने पुरस्कारों को लौटाने की मांग की है। इस विवाद में कई अन्य रेसलर भी इसी तरह के कदम उठा रहे हैं।

विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री को एक लेटर लिखकर अपनी पुरस्कारों को वापस लेने का ऐलान किया है। उन्होंने इसमें अपनी भावनाओं को व्यक्त किया और बताया कि उन्हें अपने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड के महत्त्व में आजकल कोई रुचि नहीं है।

इसके साथ ही, वह यह भी कह रहे हैं कि महिलाओं को सम्मान से जीने का हक होना चाहिए। उन्होंने अपनी बात में प्रधानमंत्री से अपील की है ताकि उनके पुरस्कार सम्मान बनकर नहीं, बल्कि एक संदेश के रूप में समझे जाएं।

विनेश के ऐलान के बाद अन्य रेसलरों जैसे बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने भी अपने पुरस्कारों को लौटा दिया है या लौटाने की मांग की है। यह एक प्रकार से एक प्रतिक्रिया है जिससे पुरस्कारों की महत्ता और सम्मान की बात को लेकर सोचने का मौका मिलता है।

इस विवादित मामले के परिणामस्वरूप, खेल मंत्रालय ने WFI की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया है और भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) से रेसलिंग फेडरेशन के मामलों के लिए एडहॉक कमेटी बनाने को कहा है। यह एक कदम है जो इस मामले को जांचने और सुलझाने की दिशा में है।

इस घटना ने सामाजिक मान्यताओं और पुरस्कारों की महत्ता पर सवाल उठाए हैं। इससे सामान्य लोगों के माध्यम से यह प्रश्न भी उठता है कि क्या पुरस्कार सिर्फ एक खिलाड़ी की ज़िन्दगी का हिस्सा होता है या फिर वो एक संदेश होता है।

विनेश फोगाट ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटाने का फैसला किया, कहा- हमारे मेडल-अवॉर्ड्स को 15 रुपए का बताया जा रहा

FAQs

  1. पुरस्कारों को लौटाने का मकसद क्या है? विनेश फोगाट और अन्य रेसलरों का मकसद पुरस्कारों को सिर्फ एक मान्यता के रूप में नहीं, बल्कि सम्मान के रूप में देखना है।

  2. क्या इसमें महिला सम्मान की बात है? हां, इसमें महिला सम्मान और समानता को लेकर एक संदेश है। विनेश फोगाट ने महिलाओं के सम्मान की मांग की है।

  3. खिलाड़ियों के पुरस्कारों को लौटाने से खिलाड़ियों को क्या मिलेगा? इससे उन्हें सम्मान और समर्थन मिलेगा, जो कि सिर्फ पुरस्कार से नहीं, बल्कि एक संदेश के रूप में माना जाएगा।

  4. क्या खेल मंत्रालय का कदम सही है? यह कदम इस मामले की जांच और सुलझाव की दिशा में है, जिससे समाज में सम्मान और न्याय की भावना को मजबूती मिल सके।

  5. इस विवाद का भविष्य क्या हो सकता है? विवाद का भविष्य जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकता है, लेकिन यह एक संदेश है कि सम्मान की मान्यता सिर्फ एक खिलाड़ी की ही नहीं, बल्कि एक समुदाय की होती है।