चंपई को नहीं मिला है न्योता, BJP भी ऐक्टिव; क्या झारखंड में और कुछ खेल होगा?

चंपई को नहीं मिला है न्योता, BJP भी ऐक्टिव; क्या झारखंड में और कुछ खेल होगा?
चंपई को नहीं मिला है न्योता, BJP भी ऐक्टिव; क्या झारखंड में और कुछ खेल होगा?

चंपई को नहीं मिला है न्योता, BJP भी ऐक्टिव; क्या झारखंड में और कुछ खेल होगा?

झारखंड, भारत: हेमंत सोरेन के जमीन घोटाले में गिरफ्तार होने के बाद, राजभवन में हलचल मची हुई है। उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, महागठबंधन ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना है। इसके बाद चंपई ने सरकार बनाने का दावा किया है, लेकिन राजभवन ने अब तक इसके लिए समय नहीं दिया है। राजभवन की तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

चंपई ने अपने 43 विधायकों के साथ सरकार बनाने की कोशिश की है, लेकिन अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है। राजभवन के सामने इस मामले पर नजरें टिकी हैं और आगे की कड़ी क्या होगी, इसका इंतजार है। इस बीच, सभी प्रमुख दलों के नेता रांची में एकत्रित हैं, और कई नेताएँ गुरुवार को रांची पहुंचने की संभावना है।

चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है, लेकिन कोंग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के मुताबिक, राजभवन ने अभी कुछ नहीं कहा है। वहीं, चंपई ने बताया है कि राजभवन ने उनसे कहा है कि वह बात करेंगे। इसके बावजूद, निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा है कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद झारखंड में कोई मुख्यमंत्री नहीं है और यहां संवैधानिक संकट है।

इसी दौरान, भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी स्थिति की नजर में है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने रांची पहुंचकर कहा है कि वह उसे भरेंगे जो हेमंत सोरेन ने खोया है।

झारखंड में सियासी हलचल तेज हो रही है, और गुरुवार को और भी बदलाव की संभावना है।