ओपनएआई के चैटजीपीटी और भारतीय साइबर सुरक्षा | आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने साइबर सुरक्षा को दिया नया मोड़

ओपनएआई के चैटजीपीटी और भारतीय साइबर सुरक्षा  | आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने साइबर सुरक्षा को दिया नया मोड़
ओपनएआई के चैटजीपीटी और भारतीय साइबर सुरक्षा | आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने साइबर सुरक्षा को दिया नया मोड़

ओपनएआई के चैटजीपीटी और भारतीय साइबर सुरक्षा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने साइबर सुरक्षा को दिया नया मोड़:

एक नजर में 2023 का संक्षेप:

AI के जैसे बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम) के विकास ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को सार्वजनिक क्षेत्र में विस्फोट किया। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह प्रवृत्ति आगे भी बढ़ेगी, क्योंकि हैकर्स और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ दोनों अपने सुधार पर काम कर रहे हैं।

नारायण मूर्ति और डीपफेक वीडियो: विश्वास और विवाद

हाल ही में, इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने सोशल मीडिया पर डीपफेक वीडियो साझा किए, जहाँ उन्होंने एक नई तकनीक, 'क्वांटम एआई', का प्रचार किया। इसमें दावा किया गया कि इस तकनीक से उपयोगकर्ता भारी आमदनी कमा सकते हैं। वीडियो देखने में दिखाया गया कि नारायण मूर्ति और टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क इस परियोजना पर काम कर रहे हैं।

डीपफेक और साइबर सुरक्षा: नए खतरे और बचाव

साइबर सुरक्षा कंपनी साइबरआर्क के मुताबिक, डीपफेक 2024 में भारत के लिए एक बड़ा संकट पैदा करेगा। ये हमले व्यक्तियों, व्यवसायों, और सरकारी संस्थानों को लक्षित करेंगे। इसका उद्देश्य हो सकता है गलत सूचना फैलाना, जनता की राय में हेरफेर करना और महत्वपूर्ण ढांचे को प्रभावित करना।

साइबर सुरक्षा के नए दृष्टिकोण

इन हमलों के वित्तीय परिणाम गंभीर हो सकते हैं, संभावित रूप से प्रतिष्ठा को नुकसान, निवेशकों के विश्वास की हानि और आर्थिक अस्थिरता। साइबर सुरक्षा कंपनी सिक्यूरोनिक्स के अनुसार, वित्तीय सेवाएं, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा ध्यान आकर्षित करना जारी रखेंगे और डेटा के महत्व के कारण खतरों को बढ़ावा देंगे।

भविष्य की चुनौतियों का सामना

एम्स दिल्ली के अंत में हुए हमले ने दिखाया कि सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को भी गलत सूचना और साइबर हमले का खतरा है। फिशिंग ईमेल और सोशल इंजीनियरिंग के जरिए आने वाले हमलों की संभावना है। शोधकर्ताओं का मानना है कि भारतीय संगठनों को तकनीकी खतरों से निपटने के लिए तैयार होना चाहिए और सशक्त साइबर सुरक्षा रणनीतियाँ विकसित करनी चाहिए।

Conclusion

इस समय, साइबर सुरक्षा महत्त्वपूर्ण है, और इसे समझने और इसका समाधान निकालने के लिए सामाजिक संज्ञाना बढ़ाने की आवश्यकता है। एक बेहतर और सुरक्षित साइबर स्पेस के लिए समर्थन और नए तकनीकी नियंत्रणों का निर्माण महत्त्वपूर्ण है।

FAQs

1:एआई और साइबर हमलों के बीच क्या संबंध है?

Ans: एआई विकास और वृद्धि से साइबर हमलों की संभावना बढ़ जाती है।

2:नारायण मूर्ति के वीडियो में क्या दिखाया गया था?

Ans: उन्होंने साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया था।

3:साइबर सुरक्षा क्यों ज़रूरी है?

Ans: साइबर सुरक्षा तकनीकी सुरक्षा को बढ़ावा देती है और हमें अनुकूल बनाती है।

4:भारत और अमेरिका में साइबर सुरक्षा में क्या अंतर है?

Ans: दोनों देशों में साइबर सुरक्षा के तत्व भिन्न हो सकते हैं।

5:क्या भविष्यवाणी है आने वाले साइबर हमलों के बारे में?

Ans: विशेषज्ञों के अनुसार, नए प्रकार के एआई-आधारित हमले की संभावना है।