भारत का वनडे विश्व कप 2023: उतार-चढ़ाव की कहानी

भारत का वनडे विश्व कप 2023: उतार-चढ़ाव की कहानी | india-odi-world-cup-2023

भारत का वनडे विश्व कप 2023: उतार-चढ़ाव की कहानी
भारत का वनडे विश्व कप 2023: उतार-चढ़ाव की कहानी

भारत का वनडे विश्व कप 2023: उतार-चढ़ाव की कहानी

2023 वनडे वर्ल्ड कप में भारत ने काफी कुछ हासिल किया।

उपलब्धियाँ:

  • भारत ने ग्रुप चरण को 9-0 के बेहतरीन रिकॉर्ड के साथ समाप्त किया, जो 2003 में ऑस्ट्रेलिया के बाद विश्व कप में ऐसा करने वाली पहली टीम थी।
  • भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में थे, जिसमें रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल सभी ने 500 से अधिक रन बनाए।
  • भारत के गेंदबाज भी बहुत प्रभावशाली थे, जिसमें जसप्रित बुमरा,
    मुहम्मद सिराज
    और मोहम्मद शमी सभी ने 20 से अधिक विकेट लिए।
  • सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराकर भारत 2011 के बाद पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचा।


घाटा:

  • भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाजों को पूरे टूर्नामेंट में संघर्ष करना पड़ा, सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर केवल दो बल्लेबाज थे जिनका औसत 40 से अधिक था।
  • भारत की डेथ बॉलिंग भी चिंता का विषय थी, टीम ने अपनी पारी के आखिरी 10 ओवरों में काफी रन दिए।
  • कुल मिलाकर, भारत का विश्व कप अभियान बेहद सफल रहा, लेकिन खिताब नहीं जीत पाने से उन्हें निराशा होगी। अगर टीम को 2027 में विश्व कप जीतना है तो उसे मध्यक्रम की बल्लेबाजी और डेथ बॉलिंग में अपनी कमजोरियों को दूर करना होगा।

 

भारतीय दृष्टिकोण से, यहां 2023 वनडे विश्व कप से कुछ प्रमुख बातें दी गई हैं:

 

  • टीम की शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी विश्व स्तरीय है। रोहित शर्मा,
    शुभमन गिल,
    विराट कोहली और केएल राहुल सभी ऐसे बल्लेबाज हैं जो अपने दम पर मैच जिता सकते हैं।
  • भारत का गेंदबाजी आक्रमण भी काफी मजबूत है, जिसमें जसप्रीत बुमराह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं।
  • हालाँकि, टीम की मध्यक्रम बल्लेबाजी और डेथ बॉलिंग दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां उन्हें सुधार करने की जरूरत है।
  • भारत को अपने मध्यक्रम के बल्लेबाजों को लगातार अच्छा प्रदर्शन करने का तरीका खोजने की जरूरत है। उन्हें डेथ ओवरों में रनों के प्रवाह को रोकने का तरीका भी ढूंढना होगा।
  • खिताब न जीतने के बावजूद भारत का विश्व कप अभियान बेहद सफल रहा। उन्होंने ग्रुप चरण को बेहतरीन रिकॉर्ड के साथ समाप्त किया और 2011 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचे।