Jamshedpur Inner Wheel Club: बेलडीग्राम का उत्क्रमित विद्यालय बना "हैप्पी स्कूल", जानिए क्या हैं इस पहल के खास पहलू
इनर व्हील क्लब जमशेदपुर ने बेलडीग्राम के उत्क्रमित विद्यालय को हैप्पी स्कूल में बदला। स्कूल में किए गए सुधार, बच्चों के लिए नई सुविधाएं और शिक्षा में बदलाव को जानिए इस लेख में।
जमशेदपुर (Happy School): इनर व्हील क्लब जमशेदपुर ने बेलडीग्राम के उत्क्रमित विद्यालय को "हैप्पी स्कूल" में परिवर्तित करके एक सराहनीय कार्य किया है। इस पहल से न केवल बच्चों के लिए शिक्षा का स्तर ऊंचा हुआ, बल्कि स्कूल के माहौल में भी बदलाव आया है। इस पहल को शुरू करने का उद्देश्य बच्चों को एक बेहतर और आदर्श वातावरण प्रदान करना था, जिससे उनकी शिक्षा में सुधार हो और उनका समग्र विकास हो सके।
क्या-क्या बदलाव किए गए हैं?
इनर व्हील क्लब जमशेदपुर ने इस स्कूल में कई अहम सुधार किए हैं। सबसे पहले, स्कूल में छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं, जिससे उनकी स्वच्छता और स्वास्थ्य पर कोई असर न पड़े। स्कूल परिसर में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गई है, ताकि बच्चों को साफ और सुरक्षित पानी मिल सके। इसके अलावा, स्कूल भवन का रंग-रोगन किया गया है, जिससे छात्रों के लिए एक आकर्षक और सकारात्मक वातावरण बना है।
इसके साथ ही, बच्चों के लिए स्टेशनरी और स्कूल बैग वितरित किए गए हैं, ताकि वे अपनी पढ़ाई में और अधिक ध्यान लगा सकें। इसके अलावा, स्कूल में एक पुस्तकालय भी स्थापित किया गया है, ताकि बच्चों का ज्ञान बढ़ सके और वे किताबों के माध्यम से अपनी सोच और विचारों को समृद्ध कर सकें। यूनिफॉर्म, जूते-चप्पल जैसे अन्य महत्वपूर्ण सामान भी बच्चों को वितरित किए गए हैं, ताकि उनकी पूरी जरूरतें पूरी हो सकें।
इस पहल का नेतृत्व करने वाली शख्सियतें
इस बदलाव की पहल का नेतृत्व इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष श्रीमती सारिका सिंह ने किया, जिन्होंने इस स्कूल को बच्चों के लिए एक आदर्श और पढ़ाई के अनुकूल स्थान बनाने का सपना देखा था। इस उपहार स्वरूप स्कूल को "हैप्पी स्कूल" का दर्जा दिया गया। इनर व्हील जिला 325 की जिला अध्यक्ष श्रीमती अलकनंदा बक्शी ने इस परिवर्तन की सराहना की और इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
क्लब के योगदानकर्ता सदस्य
इस परियोजना की सफलता में क्लब के कई सदस्यों का योगदान रहा। इस मौके पर क्लब की अध्यक्ष श्रीमती सारिका सिंह के साथ जिला कोषाध्यक्ष निभा मिश्रा, सीजीआर उर्वशी वर्मा, विद्या तिवारी, रक्षा मकाती, अर्चना सिंह, अंजू त्रिपाठी, चंचला सिंह, कनक सिंघल, नविता प्रसाद, बबिता शर्मा, अनु सहगल, रश्मि सिंह और विद्यालय की शिक्षिका कविता हसदा और बिना कुमारी भी मौजूद थीं। सभी ने मिलकर इस पहल को सफल बनाने में योगदान दिया।
इतिहास में इस तरह की पहल का महत्व
जब हम इतिहास में नजर डालते हैं, तो शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह की पहलें समाज को बदलने में अहम भूमिका निभाती हैं। बेलडीग्राम में इस तरह का कदम उठाना एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे कुछ लोग और संस्थाएं मिलकर बच्चों के भविष्य को संवारने में मदद कर सकती हैं। ऐसी पहलें बच्चों को एक आदर्श वातावरण प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें भविष्य के लिए तैयार करती हैं, जिससे वे अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम
यह पहल बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। बच्चों के लिए अच्छे शैक्षिक संसाधन और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराकर, उनका मानसिक और शारीरिक विकास सुनिश्चित किया जा सकता है। इस "हैप्पी स्कूल" को बच्चों के लिए एक नया अनुभव बनाने के लिए रूपांतरित किया गया है, जिसमें वे न केवल पढ़ाई में बल्कि जीवन के अन्य पहलुओं में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
इनर व्हील क्लब जमशेदपुर द्वारा किए गए इस परिवर्तन ने दिखा दिया है कि जब समाज के लोग एकजुट होते हैं, तो बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। यह परियोजना न केवल एक स्कूल का रूपांतरण है, बल्कि यह बच्चों को बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। "हैप्पी स्कूल" पहल बच्चों के जीवन को नया आकार देगी और उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाएगी।
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